ग्रामीणों को हो रही असुविधा, विधायक सुखदेव पांसे ने विधायक निधि से 2 लाख 50 हजार किए स्वीकृत, सांस्कृतिक मंच का हुआ भूमिपूजन
राहुल पाटिल की रिपोर्ट
मुलताई विकास खण्ड प्रभात पट्टन की ग्राम पंचायत रजापुर के ग्राम डूडर में सांस्कृतिक मंच नही होने से ग्रामीणों को सांस्कृतिक कार्यक्रमों के संचालन में भारी असुविधाओं का सामना करना पड़ता था जिसकी मांग ग्राम पंचायत सरपंच श्रीमती पूनम दिनेश आजाद एवं ग्रामीणों द्वारा विधायक एवं पूर्व मंत्री सुखदेव को अवगत कराया तो उन्होंने इसे शीघ्र पूरा करने का आश्वासन दिया था।
इसी कड़ी मे आज विधायक सुखदेव पांसे द्वारा ग्राम डूडर में विधायक निधि की राशि 2लाख 50 हजार रूपये से स्वीकृत सांस्कृतिक मंच का भूमिपूजन कर पूर्ण कर दी। जिसके पश्चात विधायक श्री पांसे ग्राम डूडर में आयोजित श्रीमद भागवत कथा में पहुच कर कथा का श्रवण किया तथा भागवत में नगद 10000 (दस हजार रूपये) स्वयं की राशि प्रदान की तथा ग्रामीणों की मांग पर एक सप्ताह के भीतर ग्राम डूडर की पेयजल समस्या के निदान हेतु बोर खनन कार्य स्वीकृत कराने, प्राथमिक शाला डूडर, अजबगढ एवं रजापुर के बच्चों के भोजन हेतु 200 थाली की राशि स्वीकृत करने तथा ग्राम डूडर के भजन मंडल को 10000 रूपये की राशि प्रदान किये जाने की घोषणा की।
सरपंच श्रीमती पूनम दिनेश आजाद द्वारा ग्राम डूडर में आयोजित श्रीमद भागवत कथा में ग्राम पंचायत रजापुर की पेयजल समस्या के स्थाई निदान हेतु विधायक एवं पूर्व मंत्री सुखदेव पांसे के प्रयासों से पेयजल पाईप लाइन विस्तारीकरण कार्य (लागत लगभग 87 लाख रूपये) स्वीकृत कराये जाने पर आभार व्यक्त किया गया।
जैसे ही विधायक पांसे को ज्ञात हुआ कि ग्राम डूडर में ही भालू के हमले से घायल व्यक्ति उपचार कराकर वापस आया है जिसमें उसकी दोनों आंखे चली गई है संवेदनशील विधायक श्री पांसे द्वारा तुरंत पीडि़त श्री जयराम मरकाम के घर पहुंचकर उसे स्वयं के पास की राशि नगद 10000 (दस हजार रूपये) प्रदान कर सात्वाना दी एवं शासन स्तर से भी आगामी अप्रैल माह में सहायता राशि प्रदान किये जाने की बात कही।
इस अवसर पर विधायक पांसे के साथ हेमंत गुडडू मानकर, बाबाराव ठाकरे, सरपंच श्रीमती पूनम दिनेश आजाद, पूर्व सरपंच दिनेश आजाद, सुखदेव मसराम, फगनू मसराम, निलेश सलामे, प्रवीण कुमरे, भूतांसिंह मर्सकोले, गिलसू पदाम, किशोरचंद कुबड़े, चेतराव कुबड़े, मनोहर कुबड़े, रमेश भलावी, सोमजी कुमरे, धनराज सूर्यवंशी, फगना इवने सहित सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे।
